वॉन्टेड कमांडर चढ़ा स्पेशल सेल के हत्थे

 विजय कुमार दिवाकर 

एसीएसपी ललित मोहन नेगी और हृदय भूषण की supervision व  इंस्पेक्टर रविंदर कुमार त्यागी के नेतृत्व में स्पेशल सेल टीम ने यूनाइटेड कुकी लिबरेशन फ्रंट के स्वयंभू कमांडर-इन-चीफ मांगखोलम किपगेन उर्फ डेविड किपगेन को गिरफ्तार किया है। इसके खिलाफ मणिपुर के विभिन्न थानों में पुलिसकर्मियों से हथियार छीनने, लूटपाट, फिरौती के लिए अपहरण, फायरिंग, रंगदारी, डकैती आदि के 40 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। कई मामलों में यह वांटेड था। मणिपुर में पुलिस का दबाव बढ़ने पर वह छिपने के लिए भागकर दिल्ली आ गया था। यहीं से यह मणिपुर में अपने संगठन को चला रहा था। दिल्ली के सेक्टर 7 द्वारका से उसे रविवार को दबोच लिया गया। 



डीसीपी स्पेशल सेल प्रमोद सिंह कुशवाहा के मुताबिक मंगखोलम मणिपुर के जिला कंगपोकपी का रहने वाला है। इसके पास मणिपुर में सशस्त्र उग्रवादियों का बड़ा नेटवर्क है। वह इन दिनों मणिपुर में सड़कों व अन्य प्रतिष्ठानों के निर्माण में शामिल एक कंपनी के कर्मचारियों को फिरौती के लिए अपहरण की योजना बना रहा था।

19 सितंबर की सुबह सेल को सूचना मिली कि मणिपुर के एक उग्रवादी संगठन का मुखिया मंगखोलम सेक्टर 7 द्वारका में किसी से मिलने आने वाला है। एसीपी ललित मोहन नेगी, ह्रदय भूषण, इंस्पेक्टर रविन्द्र कुमार त्यागी के नेतृत्व में एसआई सचिन, राज कुमार, उमेश, एएसआइ ओमवीर सिंह, नरेंद्र सिंह, सतेंद्र राणा, हेड कांस्टेबल  भूपेंद्र, कांस्टेबल कपिल देव, मुकेश, दीपक, विकास यादव और मोनबीर की टीम ने मुखबिर के इसरा करने पर उसे दबोच लिया।  

पूछताछ से पता चला कि वह सातवीं पास है। 2018 में उसने अपने गांव के की केएनएफ कैडर में आया और फिर बदमाशों के साथ मिलकर रंगदारी, लूटपाट व डकैती आदि आपराधिक वारदात करने लगा। मणिपुर का कुख्यात अपराधी बन जाने के बाद उसने जून 2020 में उग्रवादियों का अपना नया संगठन Kuki National Front बना लिया और पुलिस कर्मियों से हथियार छीनने, फिरौती के लिए अपहरण, उगाही आदि संगीन आपराधिक वारदात करने लगा। 

12 दिसंबर, 2020 की रात उसने साथियों के साथ मिलकर अत्याधुनिक हथियारों से कांगवई पुलिस चौकी, जिला चुराचांदपुर, मणिपुर के दो संतरियों पर हमला कर अपहरण कर लिया था और उनकी एक सर्विस राइफल इंसास लूट लिया था। उक्त मामले में मणिपुर पुलिस ने इसके 8 साथियो को गिरफ्तार कर लिया था। उनके पास से 6 अवैध हथियार व लूटी गई सरकारी इंसास राइफल बरामद कर लिया गया था। मंगखोलम गिरफ्तारी से बचता रहा था। 

इसी साल बीते 18 फरवरी को इसने साथियों के साथ मिलकर फिरौती के लिए कालापहाड़, चुराचांदपुर, मणिपुर से एक नेपाली नागरिक टिक्कराम रिजाल का अपहरण कर लिया था। इस मामले में हैपी गांव के हाओपिलुन किपगेन और पश्चिम सेल्सी गांव के लालखोहाओ को गिरफ्तार किया गया । 20 बर्षीय हाओपिलुन किपगेन  मंगखोलम किपजेन का छोटा भाई है।

13 सितंबर को कुकी के काला दिवस, 'संहिता नी' के दिन केएनएफ ने राज्य में वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने और सभी प्रशासनिक कार्यालयों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करने की घोषणा की थी। इस समूह ने कांगपोकपी जिले के चम्फाई इलाके में नेशनल हाई 2 के किनारे एक ट्रक की आवाजाही देखी और बंद के आह्वान का उल्लंघन करने पर गोलियां चला दीं। मांगखोलम किपगेन ने प्रेस नोट जारी कर घटना की जिम्मेदारी ली थी।

हाल ही में वह मणिपुर में बड़ी परियोजनाओं और अन्य प्रतिष्ठानों में शामिल एक निर्माण कंपनी के कर्मचारियों को जबरन वसूली के लिए अपहरण करने की योजना बना रहा था। उसकी गिरफ्तारी की सूचना मणिपुर पुलिस को दे दी गई है। आगे की पूछताछ जारी है।

सनसनी ऑफ़ इंडिया नेटवर्क