मेवात का कुख्यात हथियार तस्कर ईशाब गिरफ्तार, 15 पिस्टल और 30 कारतूस बरामद

 Special Cell ACP Attar Singh की supervision और इंस्पेक्टर Ishwar Singh के नेतृत्व में Special Cell, Southern Range की एक टीम ने मेवात बेस्ड अवैध हथियारों के सिंडिकेट से जुड़े सप्लायर को गिरफ्तार कर interstate gun running racket का भंडाफोड़ किया है। आरोपी की पहचान राजस्थान के भरतपुर स्थित पहाड़ी निवासी 39 वर्षीय ईशाब के रूप में हुई है। सेल को आरोपी के पास से 15 semi automatic pistols और 30 कारतूस बरामद हुए हैं। आरोपी ने पुलिस को बताया है कि वह अब तक 500 से ज्यादा हथियारों की सप्लाई कर चुका है। वह पिछले 3 4 सालों से दिल्ली एनसीआर, हरियाणा और यूपी वेस्ट में अवैध हथियारों की सप्लाई कर रहा था। 


स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक मध्य प्रदेश के सेंधवा, खरगोन, धार और बुरहानपुर से हथियार लाकर Delhi NCR में अवैध हथियार तस्करी के सिंडिकेट से जुड़े लोगो को identify करने  और अवैध हथियार तस्करों के खिलाफ स्पेशल सेल ने मुहीम छेड़ रखी है। 

 

इसी मुहीम में स्पेशल सेल की एक टीम को information मिली की ईशाब नामक एक व्यक्ति दिल्ली एनसीआर में illegal arms trafficking के धंधे से जुड़ा हुआ है। 

अवैध हथियार तस्करी के सिंडिकेट से जुड़े  ईशाब पर शिकंजा कसने के लिए स्पेशल सेल ने मैनुअल सर्विलांस और मुखबिरों का जाल बिछाया। 


दो महीने की कड़ी मेहनत के बाद एसआई संजीव और हेड कांस्टेबल आश मोहम्मद को information मिली की 3 सितंबर को मेवात का कुख्यात हथियार तस्कर ईशाब अपने दिल्ली स्थित संपर्क को हथियार सप्लाई करने के लिए नई दिल्ली के मथुरा रोड पर मोदी फ्लाईओवर के पास शाम 4 बजे से शाम 5 बजे के बीच आएगा।


इनफार्मेशन मिलते ही इंस्पेक्टर Ishwar Singh के नेतृत्व में एसआई संजीव, एसआई रंजीत, एएसआई बलराज, एएसआई देवेंदर भाटी, हेड कांस्टेबल आश मोहम्मद, हेड कांस्टेबल अमित, हेड कांस्टेबल देवेंदर डबास, हेड कांस्टेबल नवीन, हेड कांस्टेबल साजिद और कांस्टेबल हरवेंदर की टीम ने मोदी मील फ्लाईओवर मथुरा रोड पर अपना trap लगाया। 

 

शाम करीब साढ़े पांच बजे एक suspicious person अपने कंधे पर बैग लिए सरिता विहार से मोदी मील फ्लाईओवर की और आता दिखाई दिया। suspicious person मोदी मील फ्लाईओवर टर्न  मथुरा रोड पर किसी इंतजार करने लगा।  मुखबिर ने उसकी पहचान ईशाब के रूप में की। करीब 10 15 मिनट इंतजार के बाद वह आश्रम चौक की ओर चलने लगे। 


लेकिन इससे पहले कि वह वहां से भाग पाता  Special Cell टीम ने उसे दबोच लिया। तलाशी में उसके बैग से 32 बोर की 15 semi automatic pistols और 30 जिंदा कारतूस बरामद हुये । Special Cell ने आरोपी के खिलाफ अंडर सेक्शन  25 (8) आर्म्स एक्ट (संशोधन) 2019 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इस धारा में जुर्माने के साथ कम से कम 10 वर्ष की सजा का प्रावधान है और इसे आजीवन कारावास तक भी बढ़ाया जा सकता है।  


उसने interrogation में खुलासा किया कि वो ये हथियार खरगोन मध्य प्रदेश  से लाया था। और पिछले 3 4 सालों से दिल्ली एनसीआर, हरियाणा और यूपी वेस्ट में illegal arms trafficking के धंधे से जुड़ा हुआ है । 


उसने यह भी बताया की करीब 3 साल पहले उसे पास के गांव के एक व्यक्ति ने   हथियारों की तस्करी के गिरोह में शामिल होने का लालच दिया था। शुरू में ईशाब ने लगभग 2 वर्षों तक उनके कूरियर के रूप में काम किया लेकिन बाद में उसने हथियारों की तस्करी का अपना नेटवर्क develop किया। 


गिरफ्तार ईशाब ने आगे बताया की वो मध्य प्रदेश से दस से बारह हजार रुपये में पिस्तौल लाता था।  दिल्ली एनसीआर में फैले अपने नेटवर्क से जुड़े लोगो को बीस हजार रुपए में supply करता था। नेटवर्क से जुड़े लोग दिल्ली एनसीआर, यूपी और हरियाणा के गैंगस्टर hardcore criminals को पिस्तौल तीस से चालीस हजार रुपए में बेचते थे।  ईशाब से पूछताछ में पता चला है कि वह पिछले 3 साल में दिल्ली एनसीआर में 500 से ज्यादा illegal arms की supply कर चुका है।

आरोपी से आगे की पूछताछ जारी है। इस सिंडिकेट के बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज का पता लगाने और गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं। 


 सनसनी ऑफ़ इंडिया नेटवर्क