नैन्सी मर्डर: पति के मोबाइल से खुला कत्ल की साज़िश का राज़

विजय कुमार दिवाकर
जनकपुरी, नई दिल्ली।



नई दिल्ली। दो सालों तक गुपचुप रिलेशनशिप में रहे और अपने-अपने परिवारों को दोनों ने भनक तक नहीं लगने दी। फिर शादी की और उसके बाद महज 7 महीने में ही रिश्ते इस कदर बिगड़े की कहानी का अंत पत्नी की खौफनाक हत्या के साथ हुआ। प्यार से तकरार तक पहुंची यह खौफनाक कहानी है, नैन्सी शर्मा और साहिल चोपड़ा की। 10 नवंबर को जब नैन्सी को पति साहिल अपने कजन शुभम और ड्राइवर बादल के साथ लॉन्ग ड्राइव पर ले गया तो उसे (नैन्सी को) बिल्कुल भी शक नहीं था कि पति ने यह यात्रा उसकी जीवन यात्रा खत्म करने के लिए आयोजित की है। आरोप है कि साहिल ने पत्नी नैन्सी को हरियाणा के पानीपत ले जाकर उसके सिर में गोली मार दी और शव को झाड़ियों में फेंक दिया। पुलिस की कड़ी पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल भी कर लिया।


इसी साल मार्च में हुई थी दोनों की शादी
27 मार्च, 2019 की वह तारीख थी जब साहिल पत्नी नैन्सी के साथ अपने घर पहुंचा और घरवालों को बताया कि दोनों ने शादी कर ली है। परिवार को धीरे-धीरे यह भी पता चला कि दोनों पश्चिमी दिल्ली के एक फ्लैट में दो वर्षों से साथ रह रहे थे। दोनों रोहिणी के एक पब में मिले थे जहां नैन्सी इवेंट मैनेजर की जॉब कर रही थी। साहिल के परिवार का दावा है कि नैन्सी ने खुद के अनाथ होने का नाटक किया था और एक बाल्य गृह का सर्टिफिकेट भी दिखाया था।


चोपड़ा परिवार के दावे
साहिल की मां रोशी चोपड़ा ने कहा, 'हमने यह सोचकर नैन्सी को अपनी बहू स्वीकार कर लिया कि उसका कोई रखवाला नहीं है।' उन्होंने कहा, 'हमने जल्दबाजी में उनके लिए रिस्पेशन का आयोजन किया ताकि लोग विवाह को लेकर हमसे सवाल पूछना बंद कर दें।' चोपड़ा परिवार ने नवविवाहित जोड़े को गोवा के लिए हनीमून ट्रिप का खर्च भी दिया।
लेकिन, जल्द ही शादी का जायका फीका पड़ने लगा और दोनों लड़ने लगे, खासकर रुपये-पैसों के मामले में। चोपड़ा परिवार ने कहा कि नैन्सी के माता-पिता ने कभी उनसे संपर्क नहीं किया। उनका कहना है कि मर्डर केस में गिरफ्तार शुभम ने उन्हें एक औरत का नंबर भी दिया जिसे नैन्सी ने अपनी चाची बताया था। चोपड़ा परिवार के मुताबिक, पहली बार उसे नैन्सी के परिवार के होने का पता तब चला जब वह अपने पिता की फोन कॉल को नजरअंदाज करने लगी।


शर्मा परिवार का दावा
हालांकि, नैन्सी के पिता संजय शर्मा का दावा है कि नैन्सी को ससुराल में प्रताड़ित किया जा रहा था। उन्होंने कहा, 'मेरी बेटी घटना से कुछ दिन पहले हमसे मिलने आई थी। तब उसने कहा था कि उसे चोपड़ा परिवार टॉर्चर कर रहा है। वे कहते रहते हैं कि उन्होंने रिसेप्शन पर बहुत पैसे खर्च किए हैं।' नैन्सी का परिवार डीडीयू हॉस्पिटल के पीछे हरिनगर के एक किराये के मकान में रहता है। संजय शर्मा ने कहा कि नैन्सी ने पहली बार दो साल पहले साहिल का परिचय वर्कप्लेस के अपने मित्र के रूप में करवाया था। बाद में उन्हें पता चला कि दोनों ने एक मंदिर में विवाह कर लिया है। उन्होंने बताया कि विवाह के बाद उन्होंने अपने घर पर औपचारिक शादी समारोह का आयोजन किया था। तब तक उन्हें यही पता था कि उनकी बेटी नैन्सी सहेलियों के साथ पीजी में रहती है। नैन्सी के पिता ने कहा, 'मैं हरियाणा में एक फैक्ट्री चलाता हूं। नैन्सी के अलावा मेरी दो बेटियां और एक बेटा है। नैन्सी की सैलरी से ही परिवार चलता था। उसने 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद रेस्त्रां में जॉब कर ली थी। जब उसने मुझे कहा कि वह साहिल से प्यार करती है और उसके साथ शादी कर ली है तो मैंने कोई आपत्ति नहीं की।'
शर्मा का दावा है कि 11 नवंबर को एक रिश्तेदार ने साहिल की मां से बात की थी जिन्होंने कहा कि नैन्सी अपने पति साहिल के साथ कहीं गई है। उन्होंने बताया, 'जब हमारे पास कुछ दिनों तक कोई कॉल नहीं आई तो मुझे चिंता हुई। नैन्सी की सहेली और उसकी मां को कहा गया कि दोनों फ्रांस में हैं जबकि नैन्सी के पास पासपोर्ट नहीं था।' शर्मा का दावा है कि 22 नवंबर को चोपड़ा परिवार ने उनकी साली से कहा था कि नैन्सी और साहिल घर से 20 लाख रुपये लेकर भाग गए हैं और उन पर पुलिस केस कर दिया गया है। उन्होंने कहा, 'जब मुझे साहिल के परिवार से संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो मैंने 23 नवंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी।'



पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी से एक ऐसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जिससे हर कोई पति-पत्नी और प्यार के रिश्ते से तौबा कर ले। एक खूबसूरत और खुशहाल कहानी का कितना दर्दनाक अंजाम हो सकता है और कुछ छोटे झगड़े कितना भयावह रूप ले सकते हैं यह दिल्ली की इस घटना से साफ पता चलता है। आगे पढ़िए क्या है ये घटना जो किसी का भी इंसानियत से भरोसा उठा सकती है...


भरी-पूरी दिल्ली में एक इज्जतदार खानदान की बहू और करोड़पति बिजनेसमैन की बीवी अचानक गायब हो जाती है. कायदे से शुरूआती खोजबीन के बाद जब उसका कोई सुराग नहीं मिलता. तभी घर वालों को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस में लिखा देनी चाहिए थी. मगर घर वाले ऐसा नहीं करते. इस दौरान पंद्रह दिन बीत जाते हैं. फिर पंद्रह दिन बाद जो सच सामने आता है, उसे सुन और जान कर हर कोई सन्न रह जाता है.


नैंसी और साहिल की पहली मुलाकात
पश्चिम जिला के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दो-ढाई साल पहले नैंसी और साहिल की मुलाकात रोहिणी में एक बर्थडे पार्टी में हुई थी। उस समय नैंसी ईवेंट मैनेजमेंट का काम करता था। दोनों की दोस्ती प्यार में बदली। नैंसी ने अपने परिवार को छोड़कर साहिल के साथ लिवइन रिलेशन में रहना शुरू कर दिया।


नैंसी के घरवालों को था शक
दिल्ली के जनकपुरी की रहने वाली 20 साल की नैंसी शर्मा अचानक रहस्यमयी तरीक़े से कहीं गायब हो गई. वो ना तो अपने ससुराल में थी और ना ही मायके में. कुछ दिनों तक लोगों को पता ही नहीं लगा कि नैंसी कहीं चली गई है, लेकिन जब हर गुज़रते दिन के साथ नैंसी तक पहुंचना मुश्किल होने लगा तो उसके मायके वालों को शक हुआ.


नैंसी के पिता ने दर्ज कराई FIR
असल में नैंसी का मोबाइल फ़ोन भी उसकी गुमशुदगी के दूसरे ही दिन यानी पिछले 11 नवंबर से ही हैरानी भरे तरीक़े से स्विच्ड ऑफ़ आ रहा था. ऐसे में लाख कोशिश के बावजूद उस तक पहुंचना मुमकिन नहीं था. और तब 25 नवंबर को नैंसी के पिता ने जनकपुरी थाने में अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई.


पति साहिल ने सुनाई अजब कहानी
चूंकि नैंसी अपने पति साहिल के साथ ही रहती थी, पुलिस ने सबसे पहले साहिल से ही नैंसी की गुमशुदगी का राज़ पूछने का फ़ैसला किया. लेकिन जब साहिल से बात हुई तो उसने अजीब कहानी सुनाई, उसने बताया कि 11 नवंबर के रोज़ अचानक दिल्ली की एक ट्रैफिक लाइट पर नैंसी अभी आती हूं कह कर उतरी और गायब हो गई.


पूछताछ में साहिल पर हुआ शक
जाहिर है ये कहानी किसी के भी गले से नीचे नहीं उतरती. लिहाज़ा, पुलिस ने नैंसी के पति साहिल से ना सिर्फ़ उस ट्रैफिक लाइट का पता पूछा, बल्कि ये भी पूछा कि आख़िर नैंसी के गायब होने की खबर उसने अब तक पुलिस में क्यों नहीं दी? साहिल के पास इस सवाल का भी कोई जवाब नहीं था.


ऐसे खुला कत्ल का राज
ऐसे में पुलिस ने साहिल के साथ सख्ती तो की ही, साहिल के मोबाइल फ़ोन की कॉल डिटेल और पिछले कुछ दिनों में उसके फ़ोन की लोकेशन भी खंगाली. और बस इसी कोशिश से क़त्ल का राज़ खुल गया. साहिल पिछले कुछ दिनों से शुभम नाम के एक लड़के से दिन में कई-कई बार बात कर रहा था. और इत्तेफ़ाक से नैंसी की गुमशुदगी के रोज़ भी दोनों में कई बार बात हुई थी.


पानीपत की निकली मोबाइल लोकेशन
फ़ोन की पड़ताल से ये भी साफ़ हुआ कि उस रोज़ साहिल, उसकी बीवी नैंसी और शुभम भी एक साथ पानीपत की तरफ़ गए थे. ऐसे में अब साहिल उसके दोस्त शुभम के सामने सच बताने के सिवाय कोई चारा नहीं था. और तब दोनों ने मान लिया कि उन्होंने धोखे से गोली मार कर नैंसी की जान ले ली. और अब तक क़त्ल का राज़ छुपाने के लिए वो उसके ट्रैफिक लाइट से अपनी मर्ज़ी के कहीं चले जाने की झूठी कहानी लोगों को सुनाते रहे.


नैंसी का आखिरी सफर
लेकिन लव मैरिज के महज़ आठ महीने बाद हुई क़त्ल की ये वारदात जितनी डरावनी और अफ़सोसनाक थी, इसके पीछे की साज़िश भी उतनी ही भयानक. जिस दिन नैंसी गुम हुई थी. उस दिन भी नैंसी की अपने पति साहिल से लड़ाई हुई थी. मगर उस दिन लड़ाई के बाद साहिल बहुत जल्दी संभल गया. इसके बाद वो नैंसी को मनाता है और उसे खुश करने के लिए लॉंग ड्राइव पर चलने के लिए राजी कर लेता है. इसके बाद साहिल और नैंसी दिल्ली से दूर पानीपत के लिए निकल पड़ते हैं. ये नैंसी की ज़िंदगी का आखिरी सफर था.


नैंसी पर शक करता था साहिल
सेकेंड हैंड कारों का कारोबारी साहिल चोपड़ा और नैंसी की मुलाकात एक बर्थ डे पार्टी में हुई थी. दोनों को पहली ही नज़र में प्यार हो गया. और दोनों घरवालों से अलग लिव-इन में रहने लगे. कुछ महीने साथ रहने के बाद दोनों ने शादी भी कर ली, लेकिन ये शादी दोनों की ज़िंदगी में अज़ाब लेकर आई. लव मैरिज और एक-दूसरे के साथ रहने के बावजूद साहिल नैंसी पर किसी और से रिश्ते का शक करता था और इसी को लेकर दोनों के बीच झगड़े भी होते थे.


साहिल ने रची खौफनाक साजिश
शादी के कुछ रोज़ बाद से ही नैंसी और साहिल में अनबन होने लगी और दोनों के बीच लड़ाई झगड़े अब रोज़ की बात बन गए. 10 नवंबर को भी दोनों के बीच किसी बात को लेकर तीखी नोंक-झोंक हुई. लेकिन साहिल इससे पहले ही नैंसी से पीछा छुड़ाने का फ़ैसला कर चुका था.


लॉन्ग ड्राइव के बहाने नैंसी को ले गया पानीपत
लिहाज़ा, नोंक-झोंक के बाद उसने नैंसी से लॉन्ग ड्राइव पर चलने की गुजारिश की. कहा कि लॉन्ग ड्राइव पर जाने से उसका मूड भी फ्रेश हो जाएगा. नैंसी उसकी बातों में आ गई... और दोनों साहिल के यहां काम करनेवाले एक लड़के शुभम के साथ पानीपत की तरफ़ रवाना हो गए.


नैंसी ने सहेली को किया था मैसेज
सितम देखिए कि नैंसी अपने पति के साथ पानीपत जा तो रही थी, लेकिन उसे भी शक था कि उसके साथ कोई अनहोनी हो सकती है, इसलिए कार में बैठी-बैठी उसने मोबाइल से चैट करते हुए अपनी एक सहेली को लिखा था कि वो साहिल के सात पानीपत जा रहा है, लेकिन अगर उसे कुछ हुआ, तो समझना कि साहिल ने उसकी जान ले ली है.


नैंसी के सिर में मारी गोली
लेकिन पानीपत पहुंच कर साहिल अपने असली रूप में आ गया. वहां अपने साथी शुभम के साथ मिल कर साहिल ने अपनी ही बीवी नैंसी के सिर में गोली मार दी और लाश पानीपत रिफ़ाइनरी के पास सुनसान जगह पर फेंक दिया. वैसे इस क़त्ल में साहिल और शुभम के अलावा बादल नाम का एक लड़का भी शामिल था, जिसने क़त्ल में मदद की थी.


लाश जलाने की कोशिश
नैंसी की जान लेने के बाद क़ातिलों ने उसकी लाश जलाने की भी कोशिश की, ताकि उसकी पहचान ना हो सके... इत्तेफ़ाक देखिए कि साहिल ने जिस गन से अपनी बीवी नैंसी को गोली मारी, वो गन भी नैंसी ने ही कहीं से जुगाड़ की थी. यानी अनजाने में उसने खुद ही अपनी मौत का सामान इकट्ठा किया था, जिससे उसके पति ने उसकी जान ले ली.


कातिल पति समेत 3 गिरफ्तार
लेकिन जब शक के आधार पर पुलिस नैंसी के पति साहिल को पकड़ा, तो उसके बदलते बयानों और मोबाइन फ़ोन की कॉल डिटेल और लोकेशन ने उसके झूठ की चुगली कर दी. अब पुलिस ने इस मामले में साहिल के साथ-साथ उसके दोनों साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन दिल्ली में एक करोड़पति कारोबारी की ख़ूनी लव स्टोरी ने हर किसी को चौंका दिया है.


अगर दो दिन बात ना हो तो समझ जाना मैं मर गई
नैंसी के चचेरे भाई जतिन शर्मा ने बताया कि नैंसी शादी के बाद से ही काफी दुखी थी। उसके साथ आए दिन मारपीट की जाती थी। 9 नवंबर को उसके साथ मारपीट की गई। उसने उसे और मां को फोन करके बताया कि वो बहुत दुखी हैं। ये लोग उसे मार देंगे। अगर मेरी आप लोगों से दो दिन बात ना हो तो समझ जाना मुझे मार दिया गया है।


तोहफे में मिली पिस्टल बनी 'काल'
नैंसी की हत्या उसी की पिस्टल से की गई थी। पुलिस की पूछताछ में आरोपी साहिल ने खुलासा किया है कि नैंसी के किसी दोस्त ने उसे अवैध पिस्टल तोहफे में दी थी। नैंसी की हत्या में साहिल ने उसी पिस्टल का इस्तेमाल किया।


नैंसी की इन चार आदतों से परेशान होकर, पति साहिल ने रची हत्या की साजिश
दिल्ली के जनकपुरी की रहने वाली नैंसी की हत्या के मामले में पुलिस पूछताछ में एक बड़ी बात सामने आई है। पुलिस ने नैंसी के पति आरोपी साहिल से पूछताछ की तो पता चला कि उसने पत्नी की हत्या की साजिश क्यों रची। साहिल ने बताया है कि वह नैंसी की कुछ आदतों से परेशान हो चुका था और इसलिए उसने नैंसी की हत्या की साजिश रच डाली...



  1.  शादी के बाद से ही होने वाले झगड़े
    पश्चिम जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ढाई साल पहले नैंसी और साहिल की मुलाकात रोहिणी में एक बर्थडे पार्टी में हुई थी। उस समय नैंसी ईवेंट मैनेजमेंट का काम करती थी। दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई। नैंसी ने अपने परिवार को छोड़कर साहिल के साथ सहमति संबंध में रहना शुरू कर दिया। 27 मार्च, 2019 को परिवार वालों के दबाव के बाद दोनों ने शादी कर ली। शादी होते ही दोनों के बीच तनाव शुरू हो गया।

  2. नैंसी का कई-कई दिन तक साहिल से अलग रहना
    नैंसी ने साहिल से शादी तो कर ली थी लेकिन रोज-रोज के झगड़ों के चलते नैंसी साहिल को छोड़कर कई-कई दिन अलग रहने लगी। यह बात भी साहिल को नागवार गुजरी। यह भी हत्या की एक वजह है।

  3. साहिल के मन में शक घर कर गया
    कई-कई दिन तक नैंसी का साहिल से अलग रहना उसे नागवार गुजरा। धीरे-धीरे साहिल के मन में गलत बातें घर करने लगीं। यहीं बातें बाद में शक में तब्दील हो गईं। वह नैंसी पर शक करने लगा और यही शक हत्या का एक बड़ा कारण बन गया।

  4. नैंसी की ज्यादा खर्च करने की आदत
    नैंसी को बहुत ज्यादा खर्चा करने की आदत थी। साहिल को उसकी ये आदत भी पसंद नहीं थी। इन्हीं सब बातों से नाराज और परेशान होकर साहिल ने नैंसी की हत्या की साजिश रची। नैंसी के पास अवैध पिस्टल थी, जिसे उसके किसी दोस्त ने तोहफे में दिया था। साहिल ने चुपचाप पिस्टल को अपने पास रख लिया। 11 नवंबर को घुमाने की बात कर वह अपने कर्मचारी शुभम के साथ नैंसी को कार से पानीपत ले गया।


नैंसी की सहेलियां न होतीं तो कभी न खुलता उसकी मौत का राज, ससुराल वालों ने तो घुमा दिया था मामला
नैंसी शर्मा की दो सहेलियों ने इस केस में बहुत मदद की है। उनका योगदान तो इतना रहा है कि ये भी कह सकते हैं कि अगर वो न होतीं तो शायद ये मामला लंबे समय तक अनसुलझा रह जाता। नैंसी शर्मा की दो सहेलियां प्रियांजलि और सरानिया है। जानिए उन्होंने कैसे की इस केस को सुलझाने में मदद....  
12 नवंबर को प्रियांजलि ने नैंसी शर्मा को फोन किया, लेकिन फोन स्विच ऑफ मिला। 13 नवंबर को प्रियांजलि नैंसी के घर गई। यहां पर घर में सिर्फ नैंसी के ससुर अश्वनी चोपड़ा मिले। उन्होंने कहा कि नैंसी पति के साथ घूमने के लिए फ्रांस गई है। 15 नवंबर को प्रियांजलि ने नैंसी की मां रोशनी शर्मा से फोन पर बात की तो उसने बताया कि वो घूमने के लिए हरिद्वार गए हैं। साहिल का फोन बंद है। उसने दूसरे नंबर से उसके पास फोन किया था। प्रियांजलि से दूसरा नंबर मांगा तो साहिल की मां ने उपलब्ध होने से मना कर दिया। इसके बाद 22 नवंबर को प्रियांजलि व सरानिया ने नैंसी की मां को फोन कर बताया कि नैंसी काफी दिनों से घर पर नहीं है। उसके सास ससुर भी अलग अलग बातें बता रहे हैं। ये बातें सुनते ही उसके परिजन नैंसी के घर गए। यहां पर ना शाहिल मिला और ना ही नैंसी। इसके बाद परिजनों को किसी अनहोनी की आशंका हुई। जिसके बाद 23 नवंबर को उन्होंने जनकपुरी पुलिस थाना में नैंसी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत देने के बाद साहिल पुलिस के सामने आया और कहा कि 11 नवंबर को नई दिल्ली में पश्चिमी विहार फ्लाईओवर के पास नैंसी को छोड़ दिया था। उनका आपस में झगड़ा हो गया था।


बार-बार दहेज मांगते थे, कई बार पैसे दिए
मृतका नैंसी के पिता संजय शर्मा ने बताया कि साहिल ड्रग्स का आदी था। पूरा दिन ड्रग्स लेता था। अपनी ड्रग्स की इच्छा पूरी करने के लिए नैंसी के साथ मारपीट करता था और उसे घर से पैसे लाने के लिए बोलता था। उन्होंने कई बार पैसे दिए। इसके बाद भी लगातार नैंसी के साथ मारपीट होती थी। आरोप है कि दहेज ना देने के कारण नैंसी की हत्या की गई है।


दिल्ली में ही की हत्या, फिर ऑडी कार में शव लेकर आए
बताया जा रहा है कि 11 नवंबर की रात साढ़े 10 या 11 बजे के बीच दिल्ली में ही नैंसी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। फिर इसके शव का सफेद रंग की ऑडी कार में पानीपत लेकर आए और पेप्सी पुल से गुजरते हुए रिफाइनरी की ओर गए और शव को वहां झाड़ियों में फेंक दिया गया। कार की फुटेज टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरे में भी आई है।


सहेलियों ने मामले को खंगाला, तब हुआ खुलासा
आरोपी साहिल ने नैंसी के घर वालों से बातचीत करना बिल्कुल बंद कर दिया था। उसके सहेली प्रियांजलि, सरनिया और सोनाक्षी ही उनके संपर्क में रहती थीं। साहिल के परिजनों ने इन तीनों को ही अलग अलग बातें कहकर गुमराह किया। एक बार कहा गया कि वो दोनों फ्रांस गए हैं। दूसरी बार कहा गया कि वो हरिद्वार गए हैं। तीसरी बार उन्हें कहा गया कि वो घर से 20 लाख रुपये लेकर फरार हो गए। इसके बाद सहेलियों ने मामले को अपने स्तर पर खंगाला और उसके परिजनों को इसकी सूचना देकर सारी बातें बताई। तब जाकर पुलिस अंजाम तक पहुंच सकी.


तीनों आरोपियों की लोकेशन मिली रिफाइनरी के पास
गत 25 नवंबर को दिल्ली पुलिस ने शाहिल, शुभम व उसके एक दोस्त के मोबाइल नंबर की लोकेशन खंगाली तीनों की लोकेशन पानीपत रिफाइनरी के पास मिली। पुलिस ने तीनों को थाने बुलाकर सख्ती से पूछताछ की और तीनों ने कबूल किया कि वो नैंसी के शव को रिफाइनरी के पास लेकर गए थे।