बाइक गिरोह का भंडाफोड़ किया, 'बंटी बबली' निकले सरगना

सनसनी ऑफ़ इंडिया
बरेली, उत्तर प्रदेश।
उत्तर प्रदेश की बरेली पुलिस ने शहर में एक ऐसे बाइक गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसके सरगना पति-पत्नी हैं। फोन पर मिस कॉल से प्यार होने के बाद दोनों आरोपियों ने शादी कर ली। इसके बाद जब परिजनों ने इन्हें घर से निकाल दिया तो ये अपने लग्जरी लाइफ के सपने को साकार करने के लिए बरेली शहर में बाइक और स्कूटी चोरी करने लगे। किसी को इन पर शक न हो इसलिए बाइक लूट करते समय दोनों पति-पत्नी साथ रहते थे।
फर्रूखाबाद के ये बंटी-बबली पिछले कई महीनों से बरेली में बाइक और स्कूटी चोरी कर रहे थे। अब तक दर्जनों गाड़ियां चोरी कर उनके कागज बनवाकर फर्रूखाबाद में बेच चुके हैं। बारादरी पुलिस ने उनके पास से नौ बाइक, एक स्कूटी और तमाम कागजात बरामद किये हैं। एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि एएसपी अभिषेक वर्मा, इंस्पेक्टर नरेश त्यागी की टीम ने सोमवार को चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध दंपति को पकड़ लिया। पहले तो इन्होंने पुलिस पर रौब झाड़ने की कोशिश लेकिन पुलिस की पूछताछ में उलझते चले गए। बाद में सख्ती से पूछताछ पर उन्होंने अपना नाम फतेहगढ़ निवासी अंशू कटियार तथा महिला ने अम्बेडकर नगर निवासी कंचन यादव बताया। वे लोग फर्रूखाबाद के रहने वाले सचिन यादव के साथ मिलकर बाइक चोरी कर नंबर प्लेट बदलकर उसे बेचने का कारोबार करते हैं। घटना के समय आसपास खड़े अन्य वाहनों की आरसी भी चोरी कर लेते हैं। इसके साथ ही हथौड़ी और रेती से लॉक तोड़ने और चाबी बनाने का काम भी जानते हैं।


लग्जरी लाइफ जीने के लिए आए बरेली
बाइक और स्कूटी चुराने वाले बंटी-बबली की मोहब्बत मिसकॉल से शुरू हुई थी। दोनों फोन पर ही एक दूसरे को दिल दे बैठे। घर परिवार और समाज से बगावत कर उन्होंने शादी कर ली। परिवार ने साथ छोड़ा तो आर्थिक तंगी के हालात पैदा हो गये। लग्जरी लाइफ जीने के लिये वह फर्रूखाबाद से बरेली आ गये। बारादरी में किराये के मकान में रहकर बाइक चोरियों को अंजाम देने लगे।
फर्रूखाबाद में जहानगंज खेड़ा के रहने वाले अंशू कटियार के पास एक नंबर से कॉल आई थी। कॉल बैक की तो वह नंबर आजमगढ़ की किरन यादव का निकला। इसके बाद दोनों में मोबाइल पर बात होने लगी। उन्होंने शादी कर ली। घरवालों ने उनका साथ छोड़ दिया। इसके बाद दोनों बरेली आ गये। बारादरी इलाके में किराये का कमरा लेकर रहने लगे। दोनों ने लग्जरी लाइफ जीने के लिये बाइक चोरी का धंधा अपना लिया। अंशू किरन को बाइक से लेकर जाता था। अपनी बाइक वहीं खड़ी कर दूसरे की बाइक चोरी कर लेता था। महिला साथ होने की वजह से उस पर किसी ने शक नहीं किया।


कई स्थानों से बरामद हुईं बाइकें
पुलिस ने आरोपियों के निशानदेही पर पीलीभीत रोड से ढाबे के सामने से एक, सेटेलाइट बस स्टैंड, साइकिल स्टैंड से एक तथा सतीपुर में उनके किराये मकान में छह मोटर साइकिल व एक स्कूटी बरामद की है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के किराये के मकान में उनका साथी सचिन और फर्रूखाबाद के देवरामपुर निवासी प्रदीप उनको देखकर फरार हो गया।


गैंग के दो लोगों को भेजा जेल, बाकी फरार
पकड़े गये आरोपियों के पास से 15 आरसी, छह ड्राइविंग लाइसेंस, 11 इंश्योरेंस, तीन प्रदूषण प्रमाण पत्र, एक नंबर प्लेट, 10 चाबियां, पांच रिंच, हथौड़ी, रेती, तीन पेचकस बरामद हुये हैं। बारादरी पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ चोरी, धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। इसके साथ ही पकड़े गये दो आरोपियों को जेल भेजा है जबकी फरार आरोपियों की तलाश में दबिशें दे रही है।


सीसीटीवी में कैद हुई बाइक चोरी तो पुलिस पड़ी पीछे
18 नवंबर शाम छह बजे की एक सीसीटीवी फुटेज पुलिस के पास आई है। उसमें आरोपी ठेले के पास खड़ा होकर इंतजार कर रहा है। चौकी इंचार्ज जगतपुर देवेंद्र सिंह ने बताया कि इसके बाद वह बाइक पर बैठ गया। बाइक स्टार्ट कर फरार हो गया। पुलिस ने सीसीटीवी से अंशु के चेहरे का मिलान कर लिया है।