दिल्ली के जंगपुरा मेट्रो स्टेशन पर गुरुवार को सीआईएसएफ जवान उस समय हक्के-बक्के रह गए जब एक युवक-युवती के बैग से एक करोड़ रुपये मिले। इससे भी बड़ा अंचभा तब हुआ जब दोनों ने कहा कि वे इतने पैसे लेकर चांदनी चौक शॉपिंग करने के लिए जा रहे थे।
हवाला कारोबारी के कोरियर :
रकम का सही ब्योरा न देने पर सीआईएसएफ ने दोनों को पकड़ लिया और आयकर विभाग को सौंप दिया। इनके नाम विकास चौहान और आरती हैं। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे एक हवाला कारोबारी के लिए कोरियर के रूप में काम करते हैं। रकम मध्य प्रदेश से लाए थे, जो उन्हें चांदनी चौक में किसी व्यक्ति को सौंपनी थी। उन्हें बताया गया था कि चांदनी चौक पहुंचने पर उन्हें एक व्यक्ति को फोन करके यह रकम सौंपनी है।
पूछताछ में घबरा गए :
सीआईएसएफ अधिकारियों के मुताबिक, 24 अक्टूबर को सुबह 9:35 विकास और आरती दो बैग लेकर जंगपुरा स्टेशन पहुंचे। सुरक्षा जांच के दौरान इनके बैग से एक करोड़ एक हजार रुपये नकद निकले। जब सुरक्षाकर्मियों ने इतनी अधिक रकम ले जाने का कारण पूछा तो दोनों घबरा गए। इसके बाद मामले की सूचना सीआईएसएफ के उच्च अधिकारियों, आयकर विभाग और मेट्रो पुलिस को दी गई।
अजीबो-गरीब जवाब दिया :
सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ में दोनों ने दावा किया कि वे चांदनी चौक में खरीदारी करने जा रहे थे, मगर वे रकम को लेकर कोई कागजात पेश नहीं कर सके। सख्ती से पूछताछ में उन्होंने बताया कि यह हवाला की रकम है। वे ट्रेन से मध्य प्रदेश से आए थे, लेकिन हजरत निजामुद्दीन स्टेशन पर उतरने के बाद उन्होंने चांदनी चौक पहुंचने के लिए मेट्रो पकड़ने की गलती कर दी।
युवक राजस्थान, युवती मध्यप्रदेश निवासी :
आरोपियों को अंदाजा नहीं था कि यहां लगे बैगेज स्कैनर से वह इतनी अधिक रकम छिपा नहीं पाएंगे। इस काम के लिए उन्हें मोटा कमीशन देने का आश्वासन दिया गया था। रकम पहुंचाने के बाद दिवाली पर उनकी योजना दिल्ली में ही रहने की थी। दोनों को आगे की जांच के लिए आयकर विभाग को सौंप दिया गया है। विकास शकूरपुर, राजस्थान व आरती जबलपुर मध्य प्रदेश की रहने वाली है।
इतनी बड़ी रकम पहली बार पकड़ी :
सूत्रों का कहना है कि मेट्रो में इतनी बड़ी रकम पहली बार पकड़ी गई है। फिलहाल, मेट्रो पुलिस पकड़े गए युवक-युवती का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है।
पता नहीं था बैग में क्या?
सूत्रों को कहना है कि दोनों को पता ही नहीं था कि बैग में क्या है? इसीलिए उन्होंने मेट्रो से जाने की गलती कर दी और पकड़े गए। कहा जाता है कि हवाला का काम करने वाले कोरियर सिर्फ बताई जगह पर पार्सल को पहुंचा देते हैं।
जांच क्यों नहीं हुई?
दोनों मध्य प्रदेश से रेल के जरिए दिल्ली पहुंचे थे। रेलवे स्टेशन पर उनकी जांच नहीं की गई, जबकि दिवाली के कारण सभी जगह सुरक्षा कड़ी करने का दावा किया जा रहा है।
आयकर अधिकारी कर रहे मामले की जांच
इस मामले के खुलासे के बाद सीआईएसएफ कर्मियों ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया. इसके बाद एनसीआर के आईजी सुधीर कुमार, डीएमआरसी और सीआईएसएफ के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. इसके बाद, आयकर अधिकारियों को भी सूचित किया गया. इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए 1 करोड़ रुपये और दोनों यात्रियों को आयकर अधिकारियों को सौंप दिया गया.
दिल्ली मेट्रो पुलिस के मुताबिक संदिग्ध युवक की पहचान विकास चौहान के रूप में हुई है, जिसकी उम्र 20 साल है. संदिग्ध युवक राजस्थान के शुकपुर का रहने वाला है. वहीं संदिग्ध युवती का नाम आरती है, जिसकी उम्र 20 साल बताई जा रही है. युवती मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली है. दिल्ली मेट्रो पुलिस ने बताया कि पूछताछ में जब उनसे नकदी के बारे में पूछा गया तो उन लोगों में से किसी ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया. फिलहाल दोनों यात्रियों से पूछताछ जारी है.