अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन की इंडोनेशिया के बाली में गिरफ्तारी के बाद एक नाम सबसे ज्यादा सुर्खियों में है. जी हां, हम बात कर रहे हैं अंडरवर्ल्ड के सबसे बड़े और इंडिया के मोस्ट वांटेड डॉन दाऊद इब्राहिम की. एक जमाने में राजन और दाऊद जिगरी दोस्त हुआ करते थे, लेकिन 1993 में हुए धमाकों ने उनकी दोस्ती में दरार डाल दी. उसके बाद छोटा राजन अलग हो गया. उनकी जिगरी दोस्ती जानी दुश्मनी में बदल गई.
अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन की इंडोनेशिया के बाली में गिरफ्तारी के बाद एक नाम सबसे ज्यादा सुर्खियों में है. जी हां, हम बात कर रहे हैं अंडरवर्ल्ड के सबसे बड़े और इंडिया के मोस्ट वांटेड डॉन दाऊद इब्राहिम की. एक जमाने में राजन और दाऊद जिगरी दोस्त हुआ करते थे, लेकिन 1993 में हुए धमाकों ने उनकी दोस्ती में दरार डाल दी. उसके बाद छोटा राजन अलग हो गया. उनकी जिगरी दोस्ती जानी दुश्मनी में बदल गई.
मुंबई बम ब्लास्ट का मास्टरमाइंड दाऊद देश छोड़कर भाग गया. उसने पहले गल्फ देशों में फिर पाकिस्तान में जाकर पनाह ली. छोटा राजन ने भी देश छोड़ दिया. उसने भी अपना अलग गैंग बना लिया. 12 मार्च, 1993 को मुंबई में 13 जगह ब्लास्ट हुए थे. इसमें करीब 257 लोगों की मौत हुई थी और 700 लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए थे. इस घटना के बाद भी दाऊद ने मुंबई में अपना गैरकानूनी कारोबार जारी रखा.
बुरी सोहबत ने बनाया डॉन
दाऊद इब्राहिम का जन्म 27 दिसंबर, 1955 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी में हुआ था. उसका असली नाम शेख दाउद इब्राहिम कास्कर है. उसके पिता शेख इब्राहिम अली कास्कर मुंबई पुलिस में हवलदार थे. स्कूल में पढ़ाई के दौरान बुरी सोहबत में पड़े दाऊद ने चोरी, डकैती और तस्करी शुरू कर दी. इससे परेशान होकर घरवालों ने उसकी शादी बीना जरीना नाम की लड़की से कर दी. लेकिन वह जुर्म की दुनिया में आगे बढ़ता रहा.
मुंबई से दुबई तक बोलने लगी तूती
मुंबई में उन दिनों अंडरवर्ल्ड डॉन करीम लाला गैंग का राज हुआ करता था. दाऊद भी इस गैंग के लिए काम करने लगा. 80 के दशक में चोरी और तस्करी करने वाला दाऊद जरायम की दुनिया का बड़ा नाम बन गया. वह फिल्म फाइनेंसिंग और सट्टेबाजी का भी काम करने लगा. इसी दौरान उसकी मुलाकात छोटा राजन से हुई. दोनों मिलकर भारत के बाहर भी काम करने लगे. मुंबई और दुबई के बीच इनके गुनाहों की तूती बोलने लगी.
घुसकर मारने का बना प्लान
इसी बीच मुंबई ब्लास्ट के बाद दोनों अलग हो गए. दोनों ने भारत भी छोड़ दिया. दाऊद पाकिस्तान में रहकर भारत के खिलाफ जुर्म जारी रखा. जुलाई, 2005 में भारतीय खुफिया एजेंसियों ने दाऊद इब्राहिम को उसके ठिकाने पर घुसकर मारने की योजना बनाई. 9 जुलाई, 2005 को मक्का में दाऊद की बेटी माहरुख की शादी पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद के बेटे जुनैद से हुई थी. 23 जुलाई, 2005 को दुबई के होटल ग्रैंड हयात में शादी का रिसेप्शन था.
ऐसे फिर गया प्लान पर पानी
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इसी रिसेप्शन में दाऊद को मार गिराने का प्लान तैयार किया. खुफिया एजेंसियों को ये पक्की जानकारी थी कि रिसेप्शन में दाऊद जरूर आएगा. इसके लिए छोटा राजन गैंग के दो शॉर्प शूटर्स को ट्रेनिंग दी गई. बीजेपी सांसद आरके सिंह ने आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया था कि दाऊद को मारने का प्लान लीक हो गया. मुंबई पुलिस में मौजूद दाऊद के कुछ लोगों ने दोनों शॉर्प शूटर्स को गिरफ्तार कर लिया.
दाऊद इब्राहिम: कई नाम, कई पहचान
एस. हुसैन जैदी की किताब 'डोंगरी से दुबई तक' में भी दाऊद के 13 नामों के होने का दावा किया गया है. मुंबई अंडरवर्ल्ड में शुरुआती दौर में उसे 'मुच्छड़' के नाम से जाना जाता था. इसकी वजह उसकी मोटी और घनी मूछें थी. लेकिन भारत से भागने के बाद वह लगातार अपना नाम और पहचान बदलता रहा. कहा जाता है कि हुलिया बदलने के लिए उसने कई बार अपने चेहरे की सर्जरी भी कराई. पाकिस्तान में बसा तो नाम भी बदल लिया.
उसके 13 छद्म नामों से एक शेख दाऊद हसन भी है. यह नाम पाकिस्तान में उसकी पहचान है. इसके अलावा कुछ लोग उसे डेविड या भाई भी कहकर बुलाते हैं. भारत में मौजूद लोगों को जब वह फोन करता है तो हाजी साहब या फिर अमीर साहब के नाम से पहचान कराई जाती है. पाकिस्तान में उसके ठिकानों की हर एक हकीकत भारत के सामने आ चुकी है. भारत सरकार ने पाकिस्तान को जो डोजियर सौंपा है, उसमें उसके तमाम ठिकानों का जिक्र है.
पाकिस्तान में इन जगहों पर है डॉन का ठिकाना...
जानिए कहां कहां है मोस्ट वांटेड डॉन की संपत्ति
आज हम आपको बताने जा रहे हैं दुनिया के सामने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के हाई सिक्योरिटी वाले ठिकानों और उसकी बेशुमार दौलत के कई राज़. वो राज़ जिसे दाऊद और पाकिस्तान सारी दुनिया से छिपाते रहे हैं. दाऊद कहां रहता है और उसके कितने मकान हैं. उसके मकान कितने आलीशान और हाई सिक्योरिटी वाले हैं. पहले हम आपको बता रहे हैं दाऊद के वो ठिकाने जो दुनिया के लिए बड़ा राज़ बने हुए हैं. जानिए दाऊद ने कहां का पता दे रखा है और वो कहां रहता है.
जिस दाऊद इब्राहिम को हिंदुस्तान की सरकार कई साल से तलाश रही हैं, अब उसके ठिकानों की हर एक हकीकत सामने आ गई है. भारत सरकार ने पाकिस्तान को जो डोजियर सौंपा है, उसमें अंडरवर्ल्ड डॉन के तमाम ठिकानों के बारे में लिखा है. मगर, दाऊद इनमें से कहां रहता है ये किसी को नहीं मालूम. आपको बताते हैं वह राज, दुनिया में जिसका सच या तो पाकिस्तान सरकार जानती है या फिर खुद दाऊद. हमारे देश के एक अखबार की एक इनवेस्टिगेटिव रिपोर्ट में दाऊद के ठिकानों की पड़ताल की गई है. जो बताती है कि पाकिस्तान में कहां-कहां हैं डॉन के ठिकाने.
दाऊद का पहला पता
6ए, खयाबान-ए-तन्जीम, फेज 5, डिफेंस हाउसिंग एरिया, कराची.
इस इलाके में सिर्फ डिप्लोमेट्स, ब्यूरोक्रेट्स या राजनेताओं के घर हैं. यहां मोबाइल से फोटो लेना भी मना है. ये दाऊद का असली ठिकाना है.
दाऊद का दूसरा पता
डी13, ब्लॉक 4, सेक्टर 5, कराची डेवलेप्मेंट अथॉरिटी, क्लिफटन, कराची.
यहां कई दूतावासों के दफ्तर बने हैं. ये हाई सिक्योरिटी एरिया है. यहां पाक सरकार और आर्मी के अफसरों को भी आसानी से घर नहीं मिलता. इसी घर में महजबीन शेख के नाम पर फोन का बिल भी कुछ दिनों पहले सामने आया था.दाऊद का तीसरा पता
70, मोइन पैलेस, अब्दुल्ला शाह गाजी दरगाह के पास, क्लिफटन, कराची.
बताया जाता है कि इसी घर में दाऊद ने बेटी की मेहंदी की रस्म का कार्यक्रम आयोजित किया था.
दाऊद का चौथा पता
57, व्हाइट हाउस, अब्दुल्ला शाह गाजी दरगाह के पास, क्लिफटन, कराची.
यहां पर कॉमर्शियल ट्रैफिक पर रोक है. इस इलाके की सुरक्षा का जिम्मा पाकिस्तानी सेना के पास है. दाऊद के इस घर की चारदीवारी काफ़ी ऊंची है. दीवार पर लोहे के कांटे भी लगे हैं. सैटेलाइट सिग्नल के लिए डिश लगे हैं. खबर है कि दाऊद ने एक बेटी की शादी का फंक्शन भी यहीं किया था.दाऊद का पांचवां पता
शिरीन जिन्ना कॉलोनी, जियाउद्दीन हॉस्पिटल के पास, क्लिफटन, कराची.
ख़ुफ़िया सूत्रों से ख़बर है कि दाऊद इस घर के पास बने ज़ियाउद्दीन अस्पताल में ही अपने फैमिली डॉक्टर से इलाज से कराता है.दाऊद का छठा पता
एफ 23, ब्लॉक 5, बोट बसीन, क्लिफटन, कराची.
10 जुलाई 1996 को बनाए गए दाऊद के पासपोर्ट पर भी यही पता लिखा है. मगर, पड़ताल में इस घर का पता गलत निकला.
दाऊद का सातवां पता
आठवीं मंज़िल, मेहरान स्क्वायर, परदेसी हाउस के पास, 3 तलवार एरिया, क्लिफटन, कराची.
जब भारत सरकार के डोजियर में दिए गए इस पते की पड़ताल की गई, तो पता चला कि इस नाम की कोई बिल्डिंग है ही नहीं. ये गलत पता है.
दाऊद का आठवां पता
एच 37, गली नंबर 30, डीएचए, फेज़-5 एक्सटेंशन, कराची.
कराची वाले इस घर का पता भी गलत निकला. छानबीन करने पर पता चला कि दाऊद का यहां कोई घर है ही नहीं.
दाऊद का नौवां पता
एच 7, एफ 6/2 मरगला रोड, इस्लामाबाद.
जांच पड़ताल करने वाले अखबार की टीम के मुताबिक इस्लामाबाद वाले घर का पता भी गलत है. दाऊद का यहां भी कोई मकान नहीं है.
दाऊद का दसवां पता
एच 29, गली नंबर 22 , पी- 6/2 मरगला रोड, इस्लामाबाद.
डोजियर में जिस पते का ज़िक्र है, वो पी सेक्टर मरगला रोड पर है ही नहीं.
दाऊद का ग्यारहवां पता
17 सीपी बाज़ार सोसाइटी, ब्लॉक 7-8, आमिर खान रोड, कराची.
कराची में दाऊद के नाम पर दिखाया गया ये पता भी पड़ताल में गलत निकला. यानी दाऊद पाकिस्तान के कराची शहर में कई हाई सिक्योरिटी कोठियों में जगह बदल-बदलकर रहता है, लेकिन उसके कई पते गलत भी दिए गए हैं. शायद वो दुनिया को धोखा देने के लिए ऐसा कर रहा है.
दाऊद इब्राहिम का परिवार
दाऊद पर शिकंजा कसने के साथ ही खुफिया एजेंसियों उसके पूरे परिवार के बारे में भी कई अहम जानकारियां जुटाई हैं. ये सारी जानकारी पाकिस्तान को कदम-कदम पर बेनकाब करती हैं. दाऊद के साथ पाकिस्तान में उसकी बीवी महजबीं शेख, इकलौता बेटा मोइन नवाज और तीन बेटियां माहरुख, मेहरीन और माजिया भी रहती हैं. उसकी एक बेटी की मौत पहले ही हो चुकी है. इसके साथ दाऊद के कुछ विश्वासपात्र भी उसके साथ रहते हैं.
दाऊद के पास चार पासपोर्ट
दाऊद इब्राहीम के चार पासपोर्ट हैं. इनमें से एक पासपोर्ट दाऊद की नई फोटो के साथ है. इसका नंबर c267185 है, जो शेख दाऊद हसन के नाम से कराची से 1996 में जारी हुआ. इन पासपोर्टों में दो पाकिस्तान, एक यूएई और एक यमन द्वारा जारी किया गया है. एक पासपोर्ट जिसका नंबर G866537 है, रावलपिंडी से जारी किया गया है. यूएई से जारी पासपोर्ट का नंबर A717288 और यमन से जारी पार्सपोर्ट का नंबर F823692 है.
मुंबई से कराची तक, बदल डाले इतने नाम
एस. हुसैन जैदी कि किताब 'डोंगरी से दुबई तक' में भी दाऊद के 13 नामों के होने का दावा किया गया है. किताब के मुताबिक, मुंबई अंडरवर्ल्ड में शुरुआती दौर में उसे 'मुच्छड़' के नाम से जाना जाता था. इसकी वजह यह थी कि वह मोटी और घनी मूछें रखता था. हालांकि हाल ही में सामने आई तस्वीर में उसके चेहरे से मूछें गायब हो चुकी हैं. दरअसल, भारत से फरार होने के बाद दाऊद दुनिया की नजरों से बचने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाता रहा है, जिनमें से हुलिया बदलने भी शामिल है. कुछ लोगों ने दावा किया था कि दाऊद ने सर्जरी के जरिए पहचान बदल ली है, लेकिन ताजा तस्वीर से यह साफ हुआ है कि दाऊद ने किसी तरह की सर्जरी नहीं कराई.
पाकिस्तान में इस नाम से जाना जाता है दाऊद
दाऊद पाकिस्तान में बसा तो उसने और भी नाम बदले. कुछ लोगों ने दिए कुछ उसने खुद को छुपाने के लिए चुने. उसके 13 छद्म नामों से एक शेख दाऊद हसन भी है. यह नाम पाकिस्तान में उसकी पहचान है. इसके अलावा कुछ लोग उसे डेविड या भाई भी कहकर बुलाते हैं. साथ ही भारत में मौजूद लोगों को जब वह फोन करता है तो हाजी साहब या फिर अमीर साहब के नाम से पहचान कराई जाती है.
बॉलीवुड का अंडरवर्ल्ड कनेक्शन
बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड का रिश्ता काफी पुराना और गहरा है. रुपहले पर्दे पर अंडरवर्ल्ड के हर किरदार को बड़ी शिद्दत से निभाया गया है. लोगों के बीच इनकी कहानियां लोकप्रिय होने की वजह से ऐसी फिल्मों को दर्शकों ने भी काफी सराहा है. जुर्म की दुनिया के इन रीयल किरदारों दाऊद इब्राहिम, अबू सलेम, छोटा शकील, छोटा राजन, माया डोलस और माण्या सुर्वे को रील पर बखूबी दिखाया गया है.
अंडरवर्ल्ड की दुनिया पर बनने वाली फिल्मों में 'ब्लैक फ्राइडे' (9 फरवरी, 2007), 'शूटआउट एट वडाला' (1 मई, 2013), 'कंपनी' (15 अप्रैल, 2002), 'डी' (3 जून, 2005), 'वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई' (30 जुलाई, 2010), 'वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई अगेन' (15 अगस्त, 2013), 'शूटआउट एट लोखंडवाला' (25 मई, 2007), 'डी डे' (19 जुलाई, 2013) आदि का नाम प्रमुख है.